गढ़वाली-कविता

मेरि ब्वै खुणै नि आइ मदर्स डे (गढ़वाली कविता)

https://www.bolpahadi.in/

पयाश पोखड़ा //
मेरि तींदि गद्यलि
निवताणा मा,
मेरि गत्यूड़ि की तैण
रसकाणा मा,
लप्वड़्यां सलदरास
उखळजाणा मा,
मेरि ब्वै खुणै, नि आइ
मदर्स डे ||
सर्या राति मेरि पीठ
थमथ्याणा मा,
मि सिवळणा को बेमाता
बुलाणा मा,
सिर्वणा दाथि कण्डळि
लुकाणा मा,
मेरि ब्वै खुणै, नि आइ
मदर्स डे ||
बिसगीं दूदी फर ल्वै
चुसाणा मा,
पैनी हडक्यूं की माळा
बिनाणा मा,
अफु रुंदा रुंदा भि मी
बुथ्याणा मा,
मेरि ब्वै खुणै, नि आइ
मदर्स डे ||
तातु पाणि परतिम स्यळाणा
मा,
फेरि मनतता पाणिम नवाणा
मा,
बाढ़ ज्वनि, बाढ़ बाढ़
करणा मा,
मेरि ब्वै खुणै, नि आइ
मदर्स डे ||
धकि धैं धै कैरिक नचाणा
मा,
था ले,था ले बोलिक
हिटाणा मा,
खुट्यूं छुणक्या धगुलि
पैराणा मा,
मेरि ब्वै खुणै, नि आइ
मदर्स डे ||
मेरि जूंका की दवै
ल्याणा मा,
द्यप्तों का ठौ मा मुण्ड
नवाणा मा,
धौ संदकै मीथैं मंथा मा
ल्याणा मा,
मेरि ब्वै खुणै, नि आइ
मदर्स डे ||
खटुला फर मेरि खुटळि
लगाणा मा,
डांडौं बटैकि घास लखुड़ु
ल्याणा मा,
छनि म गौड़ि भैंस्यूं
थैं पिजाणा मा,
मेरि ब्वै खुणै, नि आइ
मदर्स डे ||
गुड़ गट्टा नौणि रोटि
खवाणा मा,
छंछ्या कि थकुलिम लूण
रलाणा मा,
लाटा, हौरि खा, हौरि खा
ब्वलणा मा,
मेरि ब्वै खुणै, नि आइ
मदर्स डे ||
मेरि पाटि ब्वळख्या
सजाणा मा,
अधम्यरम तक इसकोल
फट्याणा मा,
इसकोल आंदा जांदा अड़ाणा
मा,
मेरि ब्वै खुणै, नि आइ
मदर्स डे ||
किताब कौपि पिनसन ल्याणा
मा,
फीसी कि इक्कैक पैसि कमाणा
मा,
मास्टरु का हथ खुट्टा
दबाणा मा,
मेरि ब्वै खुणै, नि आइ
मदर्स डे ||
दसा का इमत्यान पास करणा
मा,
सर्या गौं मा भ्यलि
गिंदड़ा बंटणा मा,
ऐथर नौकरि की गाणि
स्याणी करणा मा,
मेरि ब्वै खुणै, नि आइ
मदर्स डे ||
कर्जपात कैरि मीथैं भैर
भ्यजणा मा,
अफु खै निखैकि पैसा जमा
करणा मा,
च्यूड़ा अखोड़ा की कुटरि
धरणा मा,
मेरि ब्वै खुणै, नि आइ
मदर्स डे ||
दिन रात बौलु भुरत्या
करणा मा,
स्वारा भारौं कि हींस
रींस सुणणा मा,
हैळ हळ्यौ दगड़ हथपैंछि
ज्वड़णा मा,
मेरि ब्वै खुण, नि आइ
मदर्स डे ||
भ्यलि सिराणी नौकरि लगणा
मा,
मीथैं अपणा खुटौं खड़ा
करणा मा,
हुणत्यळि आस की फंचि
उठाणा मा,
मेरि ब्वै खुण, नि आइ
मदर्स डे ||


पेंटिंग साभार- सरोजनी डबराल ‘सरु’

हर साल बर्सफल द्यखाणा
मा,
सिरफळ थै मोळि पैराणा
मा,
जलम पतड़ा थैं पिठै
लगाणा मा,
मेरि ब्वै खुण, नि आइ
मदर्स डे ||
मैकु नौनि ब्वारी
ख्वज्याणा मा,
बामणा का घौर आणा जाणा
मा,
मीथै सीरा मकोट पैराणा
मा,
मेरि ब्वै खुणै, नि आइ
मदर्स डे ||
अपणि नथुलि बुलाक
त्वड़ाणा मा,
ब्वारी खुणै गुलोबन्द
बणाणा मा,
सात फूल्यूं मा पीना
लगाणा मा,
मेरि ब्वै खुणै, नि आइ
मदर्स डे ||
नौना कु बिगरैलि ब्वारी
ल्याणा मा,
लछमि ऐलि हमर खल्याणा
मा,
सर्या जिंदगि की खैरि
बिसराणा मा,
मेरि ब्वै खुणै, नि आइ
मदर्स डे ||
नौना ब्वारी को परदेस
जाणा मा,
रंत रैबार चिठि पतरि नि
आणा मा,
टपरांदा सासा लग्यां
पराणा मा,
मेरि ब्वै खुणै, नि आइ
मदर्स डे ||
जिंदगि की जग्वाळ करणा
मा,
न म्वरणा मा अर ना बचणा
मा,
आंदा-जांदा म्यारु बाटु
ह्यरणा मा,
मेरि ब्वै खुणै, नि आइ
मदर्स डे ||

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button