गेस्ट-कॉर्नर
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देहरादूनः गढ़वाल की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर का केंद्र
History of Dehradun : देहरादून, जो आज उत्तराखंड की राजधानी के रूप में जाना जाता है, अपने ऐतिहासिक और सांस्कृतिक…
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राजपूत राणावत मियां लोगों को मिली थी ‘मियांवाला’ की जागीर
देहरादून के मियांवाला जागीर का इतिहास गढ़वाल के राजाओं के शासनकाल से गहराई से जुड़ा हुआ है, जहां गुलेरिया समुदाय…
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देवलगढ़ः तत्कालीन गढ़वाल साम्राज्य की पसंदीदा जगह
उत्तराखंड के श्रीनगर गढ़वाल से 17 किमी दूर पहाड़ी पर बसा देवलगढ़, ऐतिहासिक रूप से महत्वपूर्ण है। खासकर 16वीं शताब्दी…
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हीरा सिंह राणा के गीतों में पहाड़, प्रकृति और मानवीय पक्ष
Folk singer Heera Singh Rana : हीरा सिंह राणा उत्तराखंड लोक संगीत के महान संवाहक व रक्षक रहे हैं। उनके…
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मेडिकल टूरिज़्म में मड थेरेपी की जरूरत
भारत मेडिकल टूरिज्म में कई सकारात्मक तत्वों के कारण प्रगति कर रहा है। मेडिकल टूरिज्म में प्राकृतिक चिकित्सा का योगदान…
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कानातालः प्रकृति प्रेमियों के लिए कुदरत का नायाब तोहफा
• शीशपाल गुसाईंUttarakhand Tourist Destination : कानाताल, टिहरी गढ़वाल का एक अद्भुत और शांतिपूर्ण स्थान है। जिसे शब्दों में बयां…
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जब देहरादून आए थे राष्ट्रीय कवि ‘दिनकर’
(राष्ट्रीय कवि रामधारी सिंह दिनकर की पुण्यतिथि पर विशेष) – डॉ. अतुल शर्मा मेरे नगपति! मेरे विशाल! साकार दिव्य गौरव…
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सद्भाव के रंगों का पर्व है होली
प्रबोध उनियाल | फागुन पूर्णिमा को मनाए जाने वाला होली का पर्व हिंदू पंचांग के अनुसार वर्ष का अंतिम तथा जन…
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पहाड़ के गांवों की ऐसी भी एक तस्वीर
नरेंद्र कठैत// साहित्यिक दृष्टि से अगर उत्तराखण्ड की आंचलिक पृष्ठभूमि को स्थान विशेष के परिपेक्ष्य…
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20 साल बाद लौटी वेदनी बुग्याल की रौनक
– गुलाबी फूलों ने बिखेरी सुंदरता… – अनगिनत फूलों से बिखरी रंगत, पर्यटकों का इंतजार संजय चौहान // मानूसन की बारिश…
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