रिव्यू
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‘इमोशन’ की डोर से बंधी ‘खैरी का दिन’ (Garhwali Film Review)
– धनेश कोठारी भारतीय सिनेमा के हर दौर में सौतेले भाई के बलिदान की कहानियां रुपहले पर्दे पर अवतरित होती…
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अतीत की यादों को सहेजता दस्तावेज
– संस्मरणात्मक लेखों का संग्रह ‘स्मृतियों के द्वार’ – रेखा शर्मा ‘गांव तक सड़क क्या आई कि वह आपको भी…
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‘रिवर्स माइग्रेशन’ के किस्से पर हावी ‘लव ट्राएंगल’
उत्तराखंड में हाल के वर्षों में ‘पलायन’ के समाधान की उम्मीद के तौर पर ‘रिवर्स माइग्रेशन’ की कहानियां अखबारों की…
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नई सुबह की आस बंधाती है ‘सुबेरौ घाम’
फिल्म समीक्षा ‘महिला की पीठ पर टिका है पहाड़’ यह सच, हालिया रिलीज गढ़वाली फीचर फिल्म ‘सुबेरौ घाम’ की ‘गौरा’…
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Ancchharyun ko Tal
(Review of Garhwali drama ‘Ancchharyun ko tal’ written by Lalit Mohan Thapliyal) (Notes on Mysterious and Philosophical World dramas, Mysterious…
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Basanti: A Garhwali Drama
(Review of ‘Basanti’ a Garhwali Drama by Vishwambar Datt Uniyal) (Garhwali Dramas, Kumauni Stage Plays, Dramas of Uttarakhand, Himalayan Dramas)…
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Pankhu: A Garhwali Drama
(Review of ‘Pankhu’ a Garhwali stage Play) (Notes on Garhwali dramas, Kumauni Dramas, Uttarakhandi Dramas, Himalayan Dramas) The resident…
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Baba ji Ki Kapal Kriya
(Review of ‘Baba Ji ki Kapal Kriya’ drama by Bhavani Datt Thapliyal) (Notes…
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‘लोक’ संग ‘पॉप’ का फ्यूजन अंदाज है ‘हे रमिए’
इसे लोकगीतों की ही तासीर कहेंगे कि उन्हें जब भी सुना/गुनगुनाया जाय वे भरपूर ताजगी का अहसास कराते हैं। इसलिए…
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इस दौर की ‘फूहड़ता’ में साफ सुथरी ऑडियो एलबम है ‘रवांई की राजुला’
नवोदित भागीरथी फिल्मस ने ऑडियो एलबम ‘रवांई की राजुला’ की प्रस्तुति के जरिये पहाड़ी गीत-संगीत की दुनिया में अपना पहला…
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