Month: February 2014

  • कन्फ्यूजिंग प्रश्नों पर चाहूं रायशुमारी

          अपने भविष्य को लेकर आजकल बड़ा कन्फ्यूजिया गया हूं। निर्धारण नहीं कर पा रहा हूं, कौन सा मुखौटा लगाऊं।…

    Read More »
  • बसंत

    लो फिर आ गया बसंतअपनी मुखड़ी में मौल्‍यार लेकरचाहता था मैं भीअन्‍वार बदले मेरी मेरे ढहते पाखों मेंजम जाएं कुछ…

    Read More »
  • सिखै

    सिहमरा बीच बजार दुकानि खोलि भैजी अर भुल्‍ला ब्‍वन्‍न सिखीगेन मिदेळी भैर जैक भैजी अर भुल्‍ला व्‍वन्‍न मा सर्माणूं सिखीग्‍यों…

    Read More »
Back to top button