Month: May 2022
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हिन्दी-कविता

माँ अब कुछ नहीं कहती – (हिंदी कविता)
माँअब कभी-कभीआती है सपनों मेंचुप रहती है,कुछ नहीं कहती माँसुनाती थी बातों-बातों मेंजीवन के कई हिस्सेसुने हुए कई किस्सेभोगे हुए…
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