गढ़वाली-कविता

  • सांसू त् भ्‍वोर

    बिसगणि बिसैकि सै उकळी जैलि उकाळ एक न एक दिन सांसू त् भ्‍वोर जाग मा च मयेड़ बैठीं देळी मा…

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  • हाइकू

    1 बोगठ्या काळू हो चा गोरु दोष नि मिटण त् क्य फैदू 2 पळ्नथरा ढुंगौं पर बि पळ्येक खुंडा होणान्…

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  • हाइकू

    १ दूध्याळूं थैं दूद नि अर गणेश- गंडेळ होणान् २ भग्यान खै नि जाणनान् अभागी ब्वन्नु मैं बि भग्यान होंदू…

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  • हाइकू

    १सरकरी नौकरीखुणि पाड़ी वकै देसी २ गैरसैंण मा मजमा देरादूण मा थौळ

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  • कब टूटलि जग्वाळ…

    जुग जन्‍मूं बिटि छै जग्‍वाळ ऐंसू आलि बग्‍वाळ, त म्‍यरा घौर बोण, गौं गुठ्यार, मुल्‍क देश बळै जाला रांका, छिल्‍ला…

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  • फूल संगरांद

    फूलदेई फूलदेई संगरांद सुफल करो नयो साल तुमकु श्री भगवान रंगीला सजीला फूल ऐगीं , डाळा बोटाला ह्र्याँ व्हेगीं पौन…

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  • हाल (गढ़वाली कविता)

    दाऽस्यु बीतिआजादी कुपचासुं सालऊंड फुंड्वाखादी झाड़िकबणिगेन मालामाल/ अरहम स्यु छवांआज बिथेकळौं पर थेकळा धारिकुगत, कुहाल/ अरकंगाल Source : Jyundal (A…

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  • गौं तलक (गढ़वाली कविता)

    सड़क पौंछिगे मेरा गौंमोटर, कार, गाड़ीफैशन, नै रौ रिवाजफास्‍ट फूड, बर्गरहिन्दी, अंग्रेजीज्यांकू ब्वल्दन् बल किसौब धाणिपौंछिगे मेरा गौं नि पौंछी…

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  • बदलौअ (गढ़वाली कविता)

    जंगळ् बाघूं कु अब जंगळ् ह्वेगेन जब बिटि जंगळ् हम खुणि पर्यटक स्थल ह्वेगेन बंदुक लेक हम जंगळ् गयां बाग/गौं…

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  • उदास न हो (गढ़वाली कविता)

    आज अबि उदास न होभोळ त्‌ अबि औण चआस न तोड़ मन न झुरौपाळान्‌ त्‌ उबौण ई च कॉपीराइट- धनेश…

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