साहित्य
दाताs ब्वारि, कनि दुख्यारि (गढ़वाली कहानी)
कथाकार – भीष्म कुकरेती // गौं मा इन कबि नि ह्वे. इन कैन बि कबि नि देखी. हाँ बुन्याल त-…
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मैंने या तूने (हिन्दी कविता)
प्रदीप रावत ‘खुदेड़’ // मैंने या तूने,किसी ने तो मशाल जलानी ही थीचिंगारी मन में जो जल रही थीउसे आग…
Read More » अब त वा (गढ़वाली ग़ज़ल)
प्रदीप सिंह रावत ‘खुदेड़’ // अब त वीं लोळी तै हमारि याद बि नि सतांदी, अब त वा लोळी हमते…
Read More »गढ़वाली भाषा की वृहद शब्द संपदा
संकलन- नवीन नौटियाल // उत्तराखंड राज्य के भूभाग गढ़वाल मंडल के प्रशासनिक भू-क्षेत्र की सीमाएं समय-समय पर बढ़ती-घटती रहीं हैं।…
Read More »गढ़वाली भाषा के उपभेद
संकलन- नवीन नौटियाल // ********** उत्तराखण्ड के गढ़वाल मण्डल में बोली जाने वाली भाषा को…
Read More »गढ़वाली भाषा का शब्द वैभव
संकलन- नवीन नौटियाल // ******* गढ़वाल को ‘मध्य हिमालय’ के नाम से भी जाना जाता है। इतिहास में इस ‘मध्य…
Read More »निःसंग जी के बहाने वर्तमान संदर्भ पर दो शब्द
नरेन्द्र कठैत // ************ श्री शिवराज सिंह रावत निःसंग जी पर अभिनन्दन ग्रंथ और वर्तमान सन्दर्भ में दो शब्द! …
Read More »यलगार चहेणी (गढ़वाली कविता)
प्रदीप रावत “खुदेड़”// ********************* म्येरा पाड़ तै ज्वान नौनो कि दरकार चाहेणी च , दिल्ली देहरादून न गैरसैणे कि सरकार…
Read More »सुदामा चरित नाटिका (गढवालि भाषा)
नरोत्तम दास जी से प्रेरित स्टेज मा सुदामा अर वूं कि पत्नी सुशीला टूटीं फूटीं झोपड़ि का भितर बैठ्यां छन।…
Read More »इ ब्यठुला – इ जनना (गढ़वाली)
गीत (अनुवादित) / पयाश पोखड़ा // ************************* इ ब्यठुला इ जनना कै भि चीजि की खत-पत खत्ता फोळ नि करदा…
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