नजरिया
अभी से बनाएं अपना मैनेफेस्टो
अगर कोई ऊंच नीच
न हुई तो उत्तराखंड राज्य में अगला विधानसभा चुनाव 2017 में होगा।
निश्चित ही तब सभी राजनीतिक दल कमर कस कर राज्यस्तरीय मैनेफेस्टो तैयार करेंगे।
मगर, मेरा मानना है कि मैनेफेस्टो की तैयारी अभी से शुरू हो
जानी चाहिए, वह भी विधानसभावार। ताकि
यदि कोई ठोस एजेंडा, प्रस्ताव,
योजना का खाका पहले ही वजूद में आए तो इसे सरकार के सामने
मांग के रुप में भी रखा जा सकता है, और यह मंजूर नहीं
भी हुआ तो चुनाव पूर्व इस पर राजनीतिक दलों से अपनी नीति स्पष्ट करने को भी कहा
जा सकता है, या फिर किसी समर्थन करने
वाले दल के नीतिपत्र में इन्हें शामिल कराया जा सकता है।
न हुई तो उत्तराखंड राज्य में अगला विधानसभा चुनाव 2017 में होगा।
निश्चित ही तब सभी राजनीतिक दल कमर कस कर राज्यस्तरीय मैनेफेस्टो तैयार करेंगे।
मगर, मेरा मानना है कि मैनेफेस्टो की तैयारी अभी से शुरू हो
जानी चाहिए, वह भी विधानसभावार। ताकि
यदि कोई ठोस एजेंडा, प्रस्ताव,
योजना का खाका पहले ही वजूद में आए तो इसे सरकार के सामने
मांग के रुप में भी रखा जा सकता है, और यह मंजूर नहीं
भी हुआ तो चुनाव पूर्व इस पर राजनीतिक दलों से अपनी नीति स्पष्ट करने को भी कहा
जा सकता है, या फिर किसी समर्थन करने
वाले दल के नीतिपत्र में इन्हें शामिल कराया जा सकता है।
लिहाजा मेरा
मानना है कि प्रत्येक विधानसभा वार मैनेफेस्टो तैयार करने में जुट जाएं,
अपने क्षेत्र की जरुरतों जो व्यक्तिगत नहीं बल्कि
सार्वभौमिक हों को सामने रखें।
मानना है कि प्रत्येक विधानसभा वार मैनेफेस्टो तैयार करने में जुट जाएं,
अपने क्षेत्र की जरुरतों जो व्यक्तिगत नहीं बल्कि
सार्वभौमिक हों को सामने रखें।
इसकी शुरूआत
ऋषिकेश विधानसभा से हो तो अच्छी बात है… ऋषिकेश के सभी बुद्धिजीवी मित्र
मैनेफेस्टो को बनाने में मदद करें.. आपको क्या लगता है कि यहां जनहित के लिए किन
योजनाओं को और किस तरह से क्रियान्वित कराया जा सकता है।
ऋषिकेश विधानसभा से हो तो अच्छी बात है… ऋषिकेश के सभी बुद्धिजीवी मित्र
मैनेफेस्टो को बनाने में मदद करें.. आपको क्या लगता है कि यहां जनहित के लिए किन
योजनाओं को और किस तरह से क्रियान्वित कराया जा सकता है।