Year: 2017
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सिर्फ भाषणों और नारों से नहीं बचती बेटियां!
जिस पर बेटियों के साथ दुराचार व हत्या के आरोप में सीबीआई जांच के बाद न्यायालय में मुकदमा चल रहा…
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कैसा है कीड़ाजड़ी का गोरखधंधा
देवभूमि उत्तराखंड अपनी नैसर्गिकता के साथ ही प्राकृतिक संपदा से भी परिपूर्ण है। इसी संपदा में शामिल हैं वह हजारों…
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पुरातन
वीर भड़ूं कू देस बावन गढ़ कू देस
वीर भड़ूं कू देस बावन गढ़ कू देस…, प्रख्यात लोकगायक नरेंद्र सिंह नेगी का यह गीत सुना ही होगा। जी…
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यात्रा-पर्यटन
यहां है दुनिया का एकलौता ‘राहू मंदिर’
कभी नहीं सुना होगा कि देश के किसी गांव में देवों के साथ दानव की पूजा भी हो सकती है।…
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कब खत्म होगा युवाओं का इंतजार ?
उत्तराखंड आंदोलन और राज्य गठन के वक्त ही युवाओं ने सपने देखे थे, अपनी मुफलिसी के खत्म होने के। उम्मीद…
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आखिर क्या मुहं दिखाएंगे ?
किचन में टोकरी पर आराम से पैर पसारे छोटे से टमाटर को मैं ऐसे निहार रहा था, जैसे वो शो-केस…
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वह दूसरे जन्म में पानी को तरसती रही
एक परिवार में दो महिलाएं जेठानी और देवरानी रहती थी। जेठानी बहुत दुष्ट और देवरानी शिष्ट, सौम्य, ईमानदार व सेवा…
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फिर जीवंत हुई ‘सयेल’ की परंपरा
हरियाली पर्व ‘हरेला’ की तरह पहाड़ के लोकजीवन में धान की रोपाई के दौरान निभाई जाने वाली ‘सयेल’ की परंपरा…
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“सुबेर नि हूंदि“ (गज़ल)
काम काज़ा की अब कैथै देर नि हूंदि अजकाल म्यारा गौं मा सुबेर नि हूंदि घाम त तुमरि देळमि कुरबुरि…
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