Year: 2018
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बारहनाजा : पर्वतजनों के पूर्वजों की सोच की उपज
डा0 राजेन्द्र डोभाल उत्तराखंड एक पर्वतीय राज्य तथा अनुकूल जलवायु होने के कारण एक कृषि प्रधान राज्य भी माना जाता…
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हमरु गढ़वाल
कवि श्री कन्हैयालाल डंडरियाल खरड़ी डांडी पुन्गड़ी लाल धरती को मुकुट भारत को भाल हमरु गढ़वाल यखै संस्कृति – गिंदडु,…
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शुक्रिया कहना मां
आशीष जोशी ने अपनी वॉल पर एक हृदय विदारक कविता शेयर की है। रचनाकार के बारे में वह नहीं जानते…
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गेस्ट-कॉर्नर
उत्तराखंड में आज भी जारी है ‘उमेश डोभालों’ की जंग
सत्तर के दशक में गढ़वाल विश्वविद्यालय का मेघावी छात्र उमेश डोभाल कलम के चश्के के कारण घुमन्तू पत्रकार बन गया।…
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‘गीतेश’ की कविताओं में बच्चे सा मचलता है ‘पहाड़’
युवा ‘गीतेश सिंह नेगी’ का प्रारंभिक परिचय गढ़वाली कवि, गीतकार, गजलकार, जन्म-फिरोजपुर, मूल निवास- महरगांव मल्ला, पौड़ी गढ़वाल, संप्रति- भू-भौतिकविद,…
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पहाड़ फिर करवट ले रहा है
पहाड़ फिर करवट ले रहा है। युवा चेतना के साथ। वह बेहतर समाज के सपने संजोना चाहता है। वह समतामूलक…
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गेस्ट-कॉर्नर
मछेरा जाल लपेटने ही वाला है
गढ़वाली लोक साहित्य के शिखर, डा. गोविंद चातक पर विशेष ‘जब सभ्यता बहुत सभ्य हो जाती है तो वह अपनी…
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फिल्म-संगीत
‘रिवर्स माइग्रेशन’ के किस्से पर हावी ‘लव ट्राएंगल’
उत्तराखंड में हाल के वर्षों में ‘पलायन’ के समाधान की उम्मीद के तौर पर ‘रिवर्स माइग्रेशन’ की कहानियां अखबारों की…
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सिंह ग्रन्थावली’: भजनसिंह ‘सिंह’ के कृत्तित्व का साक्षात्कार
‘सिंह ग्रन्थावली’ नाम से गढ़वाली भाषा साहित्य का महत्वपूर्ण ग्रन्थ प्रकाशित हुआ है। गढ़वाली साहित्य के युगपुरुष भजन सिंह ‘सिंह’…
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अपण ब्वे का मैस
अपण ब्वे का मैस/ होला वो/ जो हमरि जिकुड़ि मा घैंटणा रैन/ घैंटणा छन कीला/वाडा/दांदा! जो, हमारा नौ फर, कागज…
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